अहमदाबाद प्लेन क्रैश की रिपार्ट सामने आई,क्या क्रैश की वजह दोनो पाइलटस पर आई?
अहमदाबाद प्लेन क्रैश की रिपार्ट सामने आई,क्या क्रैश की वजह दोनो पाइलटस पर आई?
एयर इंडिया दुर्घटना रिपोर्ट जारी, क्या है वह अखिरी सैकैंड का पुरा सच !
एयर इंडिया का विमान 171 12 जून को लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए जा रहा था, लेकिन अहमदाबाद हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
वही इसको लेकर विमान दुर्घटना जाँच ब्यूरो (AAIB) ने शनिवार, 12 जुलाई को एयर इंडिया दुर्घटना पर अपनी 15-पृष्ठ की प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की है। जिसमें यह लिखा है की "लगभग 08:08:42 UTC (दोपहर 1:38, 42 सेकंड) पर और उसके तुरंत बाद, इंजन 1 और इंजन 2 के ईंधन कटऑफ स्विच 01 सेकंड के अंतराल के साथ एक के बाद एक RUN से CUTOFF स्थिति में चले गए। वही"कॉकपिट" की वॉयस रिकॉर्डिंग में, एक पायलट दूसरे से पूछता हुआ सुनाई देता है कि उसने कटऑफ क्यों किया। वही दूसरे पायलट ने जवाब दिया कि उसने ऐसा नहीं किया।"
गौरतलब है की उड़ान डेक में बिताए 32 सेकंड रिपोर्ट के अनुसार, उड़ान भरने के तुरंत बाद दोनों इंजनों का ईंधन बंद हो गया। एएआईबी रिपोर्ट के अनुसार, ईंधन नियंत्रण स्विच "कटऑफ" स्थिति में पाए गए।
आपको बतादें की एयर इंडिया की उड़ान संख्या 171, 12 जून को लंदन के गैटविक हवाई अड्डे के लिए रवाना हुई थी, जब गुजरात के अहमदाबाद स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। जिसमें 242 यात्री (केबिन क्रू सहित) सवार थे,क्रैश् के दौरान यह अहमदाबाद के बीजे मेडिकल कॉलेज में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी।
यह दुर्घटना, जो अब तक की सबसे घातक विमानन दुर्घटनाओं में से एक है, में कुल 260 लोग मारे गए - 241 विमान में सवार और 19 दुर्घटनास्थल पर ज़मीन पर हुए। वही विमान में जीवित बचे एकमात्र व्यक्ति की पहचान 40 वर्षीय ब्रिटिश नागरिक विश्वास कुमार रमेश के रूप में हुई है।
एयर इंडिया दुर्घटना रिपोर्ट के मद्देनजर, भारतीय वाणिज्यिक पायलट संघ (ICPA) ने उड़ान संख्या AI 171 के पायलटों पर लगे आरोपों को लेकर अपनी चिंताएँ जताई हैं।
उनहोने एक आधिकारिक बयान में, ICPA ने पायलटों और उड़ान चालक दल के सदस्यों पर लगे आरोपों को "घोर उल्लंघन" और "पेशे के प्रति असम्मान" बताया है।
पायलटों के संगठन ने एयर इंडिया दुर्घटना की प्रारंभिक रिपोर्ट का खंडन किया,"हम स्पष्ट रूप से कह दें: इस स्तर पर इस तरह के दावे का कोई आधार नहीं है, और अधूरी या प्रारंभिक जानकारी के आधार पर इस तरह के गंभीर आरोप लगाना न केवल गैर-ज़िम्मेदाराना है - बल्कि इसमें शामिल व्यक्तियों और परिवारों के प्रति बेहद असंवेदनशील भी है," इसमें आगे कहा गया।
"सत्यापित साक्ष्य के अभाव में पायलट की गलती या आत्महत्या का कोई भी उल्लेख नैतिक रिपोर्टिंग का घोर उल्लंघन है और पेशे की गरिमा के प्रति अपमान है।"
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